वृश्चिक राशि | Vrishchik Rashi 2023

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi): वृश्चिक, यह बिच्छू जैसा प्रतीत होता है। यह राशि चक्र मे आठवे नंबर की राशि होती है। वृश्चिक राशि का स्वामी गृह मंगल ग्रह होता है। जो एक तरीके से पराक्रम का प्रतिनिधित्व करता है। इस राशि के जाता दबंग और हठी प्रकीर्ति के होते है। वृश्चिक राशि के जातक बिलकुल ही निडर होते है, साथ ही इस राशि के जातक बुद्धिमान और भावुक भी होते है। इस राशि के जातको मे थोड़ी बहुत उग्रता देखने को मिलती है साथ ही ये जातक किसी के अधीन होकर रहना या काम करना पसंद नहीं करते है। वृश्चिक राशि के जातक अक्सर ही परिश्रमी देखने को मिलते है।

Vrishchik Rashi

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातको का स्वभाव

वृश्चिक राशि के जातक जल तत्व की राशि वाले होते है जिसकी वजह से इनके अंदर भावुकता ज्यादा होती है। हर बात मे ये काफी गहराई से सोचते है। हर चीज को काफी गहराई से सोचने और समझने के बाद ही कोई Decision लेते है। जल तत्व की प्रधानता होने की वजह से इस राशि के जातक काफी रहस्यमयी होते है।

इस राशि के जातको मे काफी गहराई होती है, इसलिए ऐसे जातको के दिल और दिमाग को समझना काफी मुश्किल होता है। अगले कदम पर ऐसे जातक क्या फैसला लेने वाले है ये किसी को भी पता नहीं होता है। कुल मिलकर वृश्चिक राशि के जातक रहस्यमयी व्यक्तित्व वाले होते है।

वृश्चिक राशि के जातक अपने जीवनसाथी को अधीन रखना चाहते है इसलिए जीवनसाथी के साथ कभी कभी मतभेद भी हो जाता है। इस राशि के जातक दूसरे के जीवन के बारे मे बहुत कुछ जानना चाहते है। इस राशि के जातको के स्वभाव को समझना थोड़ी मुश्किल होती है। इस राशि के जातक एक बार जो ठान लिए उसे पूरा करने की पूरी कोशिश करते है। साथ ही ऐसे जातक हक के लिए लड़ना जानते है और लड़ाना भी जानते है।

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातक की प्रकीर्ति कुछ हद तक क्रूर भी होती है। ये वफादारी काफी अच्छे से निभाते है, लेकिन यदि इनकी नजर से यदि कोई उतर गया तो इनके अंदर बदले की भावना भी बहुत जल्द आ जाती है, और ये मन ही मन बदला लेने की सोचने लगते है। बदला लेने की इसी भावना की वजह से ऐसे जातक काफी तनाव मे दिखते है साथ ही इनके अंदर संतोष नहीं होता है, अपने आप को अधूरा समझते है।

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातक से लोग धीरे धीरे दूरिया भी बनाने लगते है जब उनको इनके स्वभाव के बारे मे पता लगता है, और फिर खुशिया भी धीरे धीरे दूर होने लगती है, इसलिए ऐसे जातक को अपने स्वभाव को हमेशा कोमल रखने की कोशिश करनी चाहिए।

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) कॅरियर

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातक किसी भी चीज को लेकर काफी छानबिन करते है। साथ ही ऐसे जातको मे गूढ विद्या के प्रति काफी आकर्षण देखा गया है। ऐसे जातक सेना, शस्त्र संबंधी कार्य, वैद्य, डॉक्टर, शिक्षक, इन्शुरेंस का काम, राजनीति मे काफी सफल देखे गए है।

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) का मंगल ग्रह से संबंध

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) की अनुकूलता

  • मित्र राशि – मेष, कर्क, धनु, मीन
  • शत्रु राशि – मिथुन राशि और कन्या राशि
  • भाग्यशाली दिन – मंगलवार
  • भाग्यशाली रंग – लाल रंग और पीला रंग
  • भाग्यशाली रत्न – मूंगा

FAQ:

वृश्चिक राशि की सबसे बड़ी कमजोरी क्या है?

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातक स्वभाव से क्रूर होते है, क्योकि इनका प्रतिनिधित्व मंगल ग्रह करता है। इसलिए इस राशि के जातको का बहुत सारे लोगो के साथ मतभेद हो जाता है और ऐसे जातक के बहुत सारे दुश्मन हो जाते है।

वृश्चिक राशि का दुश्मन कौन?

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) की शत्रु राशियाँ मिथुन और कन्या है इसलिए इस राशि के जातको की मिथुन और कन्या राशि के जातको के साथ मतभेद रहता है।

वृश्चिक राशि को गुस्सा क्यों आता है?

वृश्चिक राशि के जातको का प्रतिनिधित्व मंगल ग्रह करता है जो स्वभाव से क्रूर ग्रह होता है इसलिए इस राशि के जातको को गुस्सा बहुत आता है। ऐसे जातक निडर और साहसी भी होते है।

वृश्चिक राशि का जीवनसाथी कौन सी राशि हो सकती है?

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातको के लिए मित्र राशियाँ मेष, कर्क, धनु और मीन होती है इसलिए इस राशि के जातक का जीवन साथी यदि मेष, कर्क, धनु, और मीन राशि होती है तो काफी शुभ फलदायी हो सकता है।

वृश्चिक राशि वालों को धोखा देने से क्या होता है?

इस राशि के जातको का स्वभाव काफी हठी होता है इसलिए ये जातक जो ठान ले उसे पूरा जरूर करते है इसलिए ऐसे जातक को धोखा देने से ये बदला लेने की भावना के हो जाते है और फिर ये बदला लेकर ही रहते है या किसी न किसी प्रकार से दंड जरूर देते है।

वृश्चिक राशि वालों को कौन सा धंधा करना चाहिए?

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातको को सेना, राजनीति, वैद्य, चिकित्सक, सर्जन, शिक्षक, बीमा से संबन्धित व्यापार करना चाहिए क्योकि इससे संबन्धित व्यापार मे काफी लाभ प्रपट होता है, अक्सर यह देखा गया है की इस राशि के जातक ज़्यादातर इन्ही सब व्यापार या नौकरी मे सफल है।

वृश्चिक राशि के इष्ट देवता कौन से हैं?

इस राशि के जातक का प्रतिनिधित्व मंगल ग्रह करता है इसलिए हनुमान जी की पुजा अर्चना इनके लिए अच्छा होता है साथ ही वृश्चिक लग्न के जातको का पंचमेश मीन राशि का होता है इसलिए पंचमेश के हिसाब से यदि ये जातक वृहस्पति की पुजा करता है तो काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है।

वृश्चिक राशि के लिए लकी कलर क्या है?

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातक का लकी कलर लाल रंग का होता है क्योकि यह राशि मंगल ग्रह के अंदर आता है साथ ही इस राशि के लिए पीला रंग भी काफी शुभ होता है क्योकि इनका पंचमेश वृहस्पति होता है।

वृश्चिक राशि वालों को कौन से कपड़े पहने चाहिए?

इस राशि के जातक को हमेशा लाल और पीले रंग के कपड़ो को पहनना शुभ फलदायी होता है क्योकि पंचमेश का मीन राशि मे होना पीला कपड़ा और मंगल ग्रह के अधीन होना इस राशि का लाल कपड़ा।

वृश्चिक राशि को कौन से भगवान की पूजा करनी चाहिए?

वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातक को हमेशा हनुमान जी की पूजा और वृहस्पति देव की पुजा करनी चाहिए। हनुमान जी की पूजा मे हनुमान चालीसा, सुंदर कांड और बजरंग बाण को शामिल करना बहुत अच्छा माना गया है।

प्रिय दोस्तो आपको मेरा यह लेख कैसा लगा कृपया कमेंट करके जरूर बताइएगा, साथ ही यदि किसी भी प्रकार का सुझाव हो तो वो भी कमेंट के मध्यम से जरूर दीजिएगा। यदि आप अपने जन्म कुंडली का विस्तृत अध्ययन करवाना चाहते है तो आप हमे संपर्क कर सकते है।

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