मेष लग्न दूसरे भाव में सूर्य का फल | Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal

Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal: मेष लग्न की कुंडली में जातक अत्यंत ऊर्जावान, साहसी और नेतृत्वकर्ता प्रवृत्ति का होता है। ऐसे में जब सूर्य जैसे तेजस्वी ग्रह का योगदान मिलता है, तो जीवन में आत्मविश्वास और स्वाभिमान में वृद्धि होती है। लेकिन यदि सूर्य धन और वाणी के भाव यानी दूसरे भाव में बैठा हो, तो उसका असर विशेष रूप से देखने योग्य होता है। तो आइये अब जानते है Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal के बारे मे।

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Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal

मेष लग्न दूसरे भाव में सूर्य का फल | Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal
Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal

🏠 दूसरे भाव का ज्योतिषीय महत्व

धन और वाणी से जुड़ा भाव

दूसरा भाव मूलतः धन, वाणी, पारिवारिक सुख, भोजन, और हमारे संस्कारों का प्रतिनिधित्व करता है। यहाँ स्थित ग्रह यह दर्शाते हैं कि व्यक्ति कैसे कमाता है, बोलता है और पारिवारिक मूल्यों को कैसे अपनाता है।

पारिवारिक और मूल्य आधारित भाव

यह भाव हमारे प्रारंभिक संस्कारों और पारिवारिक आदर्शों का भी प्रतिनिधित्व करता है। अगर सूर्य यहाँ बैठा हो, तो व्यक्ति अपने परिवार में प्रभावशाली भूमिका निभा सकता है, लेकिन कभी-कभी अहंकारी भी हो जाता है।

☀️ सूर्य का मूल स्वभाव

सूर्य अग्नि तत्व का स्वामी है और आत्मा, आत्मविश्वास, प्रतिष्ठा और नेतृत्व का कारक है। यह सत्ता से भी जुड़ा ग्रह है। जहाँ सूर्य आत्म-बल को दर्शाता है, वहीं उसकी तीव्रता से व्यक्ति में कभी-कभी अहंकार की भावना भी उत्पन्न हो सकती है, जो पारिवारिक और सामाजिक संबंधों को प्रभावित कर सकती है।

🧿 सूर्य का दूसरे भाव में आना क्या दर्शाता है?

धन पर प्रभाव

सूर्य जब दूसरे भाव में होता है, तो जातक को सम्मानजनक तरीके से धन कमाने की प्रेरणा देता है। व्यक्ति अपने नाम और प्रतिष्ठा के बल पर पैसा कमा सकता है।

वाणी पर प्रभाव

सूर्य के प्रभाव से वाणी प्रभावशाली होती है, लेकिन कभी-कभी कठोर या आदेशात्मक भी हो जाती है। ऐसे लोग भाषण या राजनीति में सफल देखे जाते हैं।

पारिवारिक संबंधों पर प्रभाव

कभी-कभी सूर्य के कारण जातक परिवार में वर्चस्व चाहता है, जिससे रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो जाता है।

सूर्य वृषभ राशि में (2nd House in Mesh Lagna)

मेष लग्न में दूसरा भाव वृषभ राशि का होता है, जिसका स्वामी ग्रह शुक्र होता है। जब सूर्य वृषभ राशि में आता है तो वह शुक्र की राशि में स्थित होता है – जो सूर्य के लिए मित्र ग्रह नहीं है।

शुक्र और सूर्य का संबंध

शुक्र और सूर्य का संबंध साम्य नहीं है, इसलिए इस स्थिति में जातक को आत्म-प्रशंसा से बचना चाहिए और विनम्रता अपनानी चाहिए।

💰 सूर्य + वृषभ का फल

स्थिर धन योग

यदि सूर्य शुभ स्थिति में है, तो व्यक्ति को स्थायी धन, सरकारी नौकरी, या प्रशासनिक क्षेत्र में सफलता मिल सकती है।

मधुर लेकिन आत्माभिमानी वाणी

ऐसे जातक की वाणी में आकर्षण होता है, लेकिन उसमें अधिकार भाव भी होता है जिसकी वजह से कभी कभी समस्या भी हो जाती है।

🌟 सकारात्मक फल

  • प्रभावशाली वाणी
  • एक अच्छा वक्ता
  • धन और पद में वृद्धि

🔥 नकारात्मक फल

  • बोलचाल में कटुता
  • पारिवारिक विवाद
  • अहंकार की प्रवृत्ति

🕉️ उपाय और शांति के तरीके

  • प्रतिदिन प्रातः सूर्य को तांबे के लोटे में जल अर्पण करें।
  • रविवार को व्रत रखें।
  • आदित्य ह्रदय स्तोत्र का नियमित पाठ करें।

🎬 प्रसिद्ध व्यक्ति जिनकी कुंडली में यह योग हो सकता है

राजनीतिक नेताओं, सेना अधिकारियों या प्रशासनिक सेवा में कार्यरत लोगों की कुंडली में यह योग देखने को मिलता है। साथ ही साथ विशेष रूप से जिनकी वाणी में ओज और आत्मविश्वास है।

🔚 निष्कर्ष: Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal

दूसरे भाव में सूर्य, विशेषकर मेष लग्न की कुंडली में, जातक को आत्मविश्वासी, प्रभावशाली और दृढ़ बनाता है। यह योग सफलता की राह को रोशन करता है, बशर्ते अहंकार और वाणी की कठोरता पर नियंत्रण रखा जाए।

FAQ: Mesh Lagna Dusare Bhav Me Surya Ka Fal

क्या दूसरे भाव में सूर्य धन योग देता है?

हाँ, यदि सूर्य शुभ स्थिति में है तो वह सम्मानपूर्वक धन प्राप्ति का योग देता है।

वाणी पर सूर्य का प्रभाव कैसा होता है?

सूर्य वाणी को प्रभावशाली बनाता है लेकिन कभी-कभी कठोर भी।

क्या सूर्य दूसरे भाव में पारिवारिक तनाव देता है?

अगर सूर्य पीड़ित हो या अशुभ युति में हो, तो पारिवारिक संबंधों में तनाव हो सकता है।

कौन से क्षेत्र में सफलता मिलती है इस योग से?

सरकारी सेवा, प्रशासन, राजनीति, और नेतृत्व वाले क्षेत्र में।

सूर्य के लिए कौन सा सबसे अच्छा उपाय है?

प्रातः सूर्य को जल अर्पण करें और “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।

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